राष्ट्रीय तेल कम्पनियों की निगरानी | हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय (डीजीएच)

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राष्ट्रीय तेल कंपनियों की निगरानी करना।

 

ऐतिहासिक दृष्टि से भारत में ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) और तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) दो प्रमुख राष्ट्रीय तेल कंपनियां (एनओसी) हैं जिन्हें भारत के ईएंडपी शासन में नामांकन की अवधि के दौरान नामांकन आधार पर अन्वेषण ब्लॉक प्रदान किये जाते थे। डीजीएच नामांकित ब्लॉकों और एनओसी की निगरानी के संबंध में निम्नलिखित गतिविधियों का निर्वहन करता है।

 

  •  नामांकन के लिये ब्लॉकक्षेत्रवार मासिक, त्रैमासिक और वार्षिक उत्पादन के क्रियान्वयन की निगरानी, सभी गतिविधियों में उत्पादन की कमी के कारण सहित सुधारात्मक उपाय।
  • पीईएल/पीएमएल निरीक्षण, सत्यापन और निगरानी। पीईएल की छमाही समीक्षा बैठक आयोजित और प्राकृतिक गैस मंत्रालय को रिपोर्ट प्रस्तुत करना। पीईएल/पीएमएल से संबंधित सभी मामले अर्थात विस्तार, अनुदान, पुर्नअनुदान, परित्याग, परित्यक्त ब्लॉकों के समय पर जीएंडजी आंकड़े इक्कठा करना। नामांकन पीईएल/पीएमएल के ईसी नामांकनों की स्वीकृति प्रदान करना।
  • मासिक आधार पर बेकार और गैर बहने वाले कूपों के परिसमापन की समीक्षा करना और पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय को उसकी मासिक रिपोर्ट प्रस्तुत करना।
  • सीमांत क्षेत्रों के मुद्रीकरण के लिए राष्ट्रीय तेल कंपनियों (एनओसी) के लिये नीति बनाना।
  • राष्ट्रीय तेल कंपनियों (एनओसी) के नामांकित ब्लॉकों के वार्षिक कार्यों के कार्यक्रम की निगरानी करना।
  • एनओसी के प्रदर्शन से संबंधित पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय की ओर से पूछे गये प्रश्नों के उत्तर देना।
  • डीजीएच द्वारा राष्ट्रीय तेल कंपनियों (एनओसी) के क्रियान्वयन की निगरानी के लिये चार प्रमुख क्षेत्रों की पहचान की गई जिन्हें दिसंबर 2015 से शुरू किया गया था।

 

1. नामांकित ब्लॉकों की अन्वेषण गतिविधियों में तेजी लाई गई
2. अविकसित खोजों का मुद्रीकरण
3. वसूली कारक बढ़ाने के लिए कार्य योजनाएं बनाई गई
4. बेकार कूपों/गैर बहने वाले कूपों का परि समापन

 

 

पेट्रोलियम अन्वेषण लाइसेंस (पीईएलऔर खनन लीज (एमएलनामांकन ब्लाकों की निगरानी

 

 

डीजीएच का पीईएल/एमएल समूह राष्ट्रीय तेल कंपनियों (एनओसी) अर्थात ओएनजीसी और ओआईएल से संबंधित सभी नामांकित पीईएल ब्लॉकों की प्रगति के रिकॉर्ड रखता है तथा उनकी निगरानी और समीक्षा करता है। राष्ट्रीय तेल कंपनियों (एनओसी) द्वारा प्रस्तुत प्रशासनिक और जीएंडजी आंकड़ों के आधार पर समूह द्वारा इन पीईएसल क्षेत्रों के समग्र या आंशिक हिस्सों के समय बढ़ाने या उनमें बदलाव करने के अनुरोध का मूल्यांकन किया जाता है और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के नियमों के प्रावधानों के अंर्तगत मामले की सिफारिश योग्यता के अनुरूप पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के पास भेज दी जाती है।

 

समूह राष्ट्रीय तेल कंपनियों (एनओसी) के नामांकित पीएमएल ब्लॉकों के रिकार्ड रखता है। इन पीएमएल के अनुदान और पुर्नअनुदान के अनुरोधों का समूह द्वारा मूल्यांकन किया जाता है और वह अपनी सिफारशें पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के नियमों के प्रावधानों के अंर्तगत मामले की सिफारिश योग्यता के अनुरूप पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के पास भेज देता है।

 

समूह नामांकित ब्लॉकों के अंर्तगत अन्वेषणों के आंकड़ों का मूल्यांकन करता है, राष्ट्रीय तेल कंपनियों (एनओसी) द्वारा प्रस्तुत और इन अन्वेषणों के रिकॉर्ड सुरक्षित रखता है।