राष्ट्रीय तेल कंपनियों की निगरानी करना।
ऐतिहासिक दृष्टि से भारत में ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) और तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) दो प्रमुख राष्ट्रीय तेल कंपनियां (एनओसी) हैं जिन्हें भारत के ईएंडपी शासन में नामांकन की अवधि के दौरान नामांकन आधार पर अन्वेषण ब्लॉक प्रदान किये जाते थे। डीजीएच नामांकित ब्लॉकों और एनओसी की निगरानी के संबंध में निम्नलिखित गतिविधियों का निर्वहन करता है।
1. नामांकित ब्लॉकों की अन्वेषण गतिविधियों में तेजी लाई गई
2. अविकसित खोजों का मुद्रीकरण
3. वसूली कारक बढ़ाने के लिए कार्य योजनाएं बनाई गई
4. बेकार कूपों/गैर बहने वाले कूपों का परि समापन
पेट्रोलियम अन्वेषण लाइसेंस (पीईएल) और खनन लीज (एमएल) नामांकन ब्लाकों की निगरानी
डीजीएच का पीईएल/एमएल समूह राष्ट्रीय तेल कंपनियों (एनओसी) अर्थात ओएनजीसी और ओआईएल से संबंधित सभी नामांकित पीईएल ब्लॉकों की प्रगति के रिकॉर्ड रखता है तथा उनकी निगरानी और समीक्षा करता है। राष्ट्रीय तेल कंपनियों (एनओसी) द्वारा प्रस्तुत प्रशासनिक और जीएंडजी आंकड़ों के आधार पर समूह द्वारा इन पीईएसल क्षेत्रों के समग्र या आंशिक हिस्सों के समय बढ़ाने या उनमें बदलाव करने के अनुरोध का मूल्यांकन किया जाता है और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के नियमों के प्रावधानों के अंर्तगत मामले की सिफारिश योग्यता के अनुरूप पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के पास भेज दी जाती है।
समूह राष्ट्रीय तेल कंपनियों (एनओसी) के नामांकित पीएमएल ब्लॉकों के रिकार्ड रखता है। इन पीएमएल के अनुदान और पुर्नअनुदान के अनुरोधों का समूह द्वारा मूल्यांकन किया जाता है और वह अपनी सिफारशें पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के नियमों के प्रावधानों के अंर्तगत मामले की सिफारिश योग्यता के अनुरूप पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के पास भेज देता है।
समूह नामांकित ब्लॉकों के अंर्तगत अन्वेषणों के आंकड़ों का मूल्यांकन करता है, राष्ट्रीय तेल कंपनियों (एनओसी) द्वारा प्रस्तुत और इन अन्वेषणों के रिकॉर्ड सुरक्षित रखता है।