भूकंपी डाटा प्रोसेसिंगः
डीजीएच सीमित क्षमता सहित भूकंपीय डाटा प्रोसेसिंग केंद्र का रखरखाव करता है। इसमें सन वी880 सर्वर सम्मिलित है, जिन्हें सन सोलेराइज़ आपरेटिंग सिस्टम पर चलाया जाता है। यह अधिकांशतया उन सभी ड्राइव के साथ सुसज्जित हैं जो किसी भी मीडिया से डेटा पढ़ सकते हैं। इनमें पेराडिग्म सॉफ्टवेयर सूट है। एक छोटे से केंद्र से जुड़ी टीम के साथ, सिस्टम भूकंपी डाटा प्रबंधन, नेल्प राउंड के लिए डेटा तैयार करना, ग्रेजुएट प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण, और मूल्य संवर्धन के लिए कुछ विशेष पुर्नप्रोसेसिंग हेतु इस्तेमाल किया जाता है। वर्तमान में बेसिन एकीकरण परियोजना के तहत उत्तर प्रदेश और बंगाल बेसिन के कुछ पुराने विशिष्ट डेटा को बेसिन के क्षेत्रीय दृश्य प्राप्त करने के लिए दुबारा प्रोसेस किया जा रहा है। सिस्टम को अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी से लैस करने के लिये इस साल अपग्रेड करने की अपेक्षा की जा रही है। प्रति वर्ष विभिन्न विश्वविद्यालयों से चयनित दो स्नातक प्रशिक्षुओं को डीजीएच प्रोसेसिंग केंद्र में प्रशिक्षित किया जाता है। एक साल के भीतर ही उन्हें राष्ट्रीय या बहुराष्ट्रीय कंपनियों के साथ काम करने का अवसर मिलता है। डीजीएच देश के लिए प्रशिक्षित भूवैज्ञानिक प्रदान कर रहे हैं।
भूकंपी डाटा की व्याख्याः
पेट्रोलियम अन्वेषण और उत्पादन के माहौल के लिये काम की प्रक्रियाओं में दक्षता की वृद्धि पर गहन ध्यान देने की आवश्यकता महसूस की गई है जैसे भूकम्पीय व्याख्या, 3-डी जलाशय मॉडलों का निर्माण, पैट्रोफिजिकल व्याख्या और जलाशयों के सिमूलेश्न। हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय भूविज्ञानी, भूभौतिकीविद्, जलाशय और ड्रिलिंग इंजीनियर के साथ एकीकृत काम के माहौल में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी से लैस भूकंप की व्याख्या, 3डी जलाशय मॉडलिंग, पैट्रोफिजिकल व्याख्या, सिमुलेशन और कुओं के डिजाइन पर काम कर रहे हैं। सिस्टम यूनिक्स, लिनक्स और विंडोज आपरेटिंग सिस्ट्म के मिले जुले संयोजन के साथ उद्योग की अनुभवी जनशक्ति और मानक भूवैज्ञानिक साफ्टवेयर जियोफ्रेम, लैंडमार्क, पैट्रल, इलैनप्लस, इंटरएक्टिव पैट्रोफिजिस्ट, एक्लिप्स आदि विश्व प्रसिद्ध सॉफ्टवेयर आपूर्तिकर्ता से प्राप्त ऑपरेटिंग सिस्टम के मिश्रित माहौल में काम करता है।
विजुअलाइजेशनः
अप्रैल 2008 में वच्र्युअल रियेल्टी सेंटर शुरू करने के साथ पीएससी को अत्याधुनिक 3डी विज्यूलाइजेशन प्रौद्योगिकी प्रस्तुत की गई थी। इस प्रौद्योगिकी के साथ, भुवैज्ञानिक भूकंपीय डेटा, कुओं के लाग और जलाशयों के लक्षणों की एक साथ विश्लेषण और व्याख्या कर सकते हैं, भूमिगत चट्टानों की संरचनाओं के 3डी प्रतिनिधित्च के माध्यम से उन्हें सजीव महसूस कर सकता है।
व्याख्याकार बहु-विशेषता/बहुमात्रा में भूकंप, कुओं और सांस्कृतिक डेटा, और जलाशय मॉडल स्कैन कर सकते हैं।
इस महत्वपूर्ण खोज की प्रौद्योगिकी को विकास योजनाओं, स्थानों और संबंधित जीएंडजी पहलुओं की समीक्षा की सुविधा के लिए उपयोग किया जा सकता है। 3डी वाल्यूम विज्यूलाइजेशन भूवैज्ञानिकों की टीम को प्रस्तावों के मूल्यांकन हेतु अन्वेषण और विकास क्षेत्रों, वाणिज्यिक घोषणाओं, मूल्यांकन कार्यक्रमों, पीएससी ब्लाकों के लिये आपरेटरों द्वारा प्रस्तुत विकासात्मक योजना कार्य प्रवाह में तेजी लाने में काफी सहायक होगी।